दोस्त
उजालो ने रोशन तो कर दिया हैं जहां में तुजे
दोस्त कोई अँधेरा सताए तो मुझे आवाज देना
बढ़ते चलो अपनी मंज़िल की और बेख़ौफ़ तुम
कही भी कभी भी लड़खड़ाये तो मुझे आवाज देना
कुछ छोड़ के चलता बनता हैं सफ़र में यु कोई
दोस्त भुल जाओ घर का पता तो मुझे आवाज देना
कोई काम दफ़्तर का रोक लेता हैं छुट्टी लेने से
मिलने को वक़्त ना मिले तो मुझे आवाज देना
जानती हु उसे में वो रोने लगेगा बिन आँसुओ के
झगड़ा हो जाए किसीसे तो मुझे आवाज देना
पता हैं की हैं हमसफ़र कोई हमनवा जिंदगी में
महसूस हो अगर तन्हाई तो मुझे आवाज़ देना
वक़्त का सफ़र हैं बीतता रहेंगा हमारे बिना भी
याद आने लगे किस्से पुराने तो मुझे आवाज़ देना
~ भूमि जोशी
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